CBSE-IX-Hindi

01: धूल - रामविलास शर्म

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Qstn# A-s1-1 Prvs-QstnNext-Qstn
  • #1
    धूल के बिना किसी शिशु की कल्पना क्यों नहीं की जा सकती?
    Ans : धूल के बिना शिशु की कल्पना इसलिए नहीं की जा सकती है क्योंकि शिशु चलते, खेलते, उठते-बैठते जब गिरता है तो उसके शरीर पर धूल लगना ही है। इस धूल धूसरित शिशु का सौंदर्य और भी बढ़ जाता है। धूल उसके सौंदर्य को बढ़ाती है।