ICSE-X-Hindi

ICSE Hindi Question Paper 2019 Solved for Class 10 year:2019

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  • #5
    Read the extract given below and answer in Hindi the questions that follow :
    निम्नलिखित गद्यांश को पढ़िए और उसके नीचे लिखे प्रश्नों के उत्तर हिंदी
    में लिखिए :उसके अन्तस्तल में वह शोक जाकर बस गया था। वह प्रायः अकेला
    बैठा-बैठा शून्य मन से आकाश की ओर ताका करता। एक दिन उसने ऊपर आसमान में
    पतंग उड़ती देखी। न जाने क्या सोचकर उसका हृदय एकदम खिल उठा। विश्वेश्वर के
    पास जाकर बोला, “काका! मुझे एक पतंग मँगा दो।”
    [‘काकी’ - सियारामशरण गुप्त]
    [Kaki’-Siyaramsharan Gupt] (i) ‘उसके’ शब्द का प्रयोग किसके लिए किया गया है ? उसके दुखी होने का क्या कारण था? (ii) क्या देखकर उसका हृदय खिल उठा था ? उसने अपने पिता से क्या माँगा ? (iii) उसने उस चीज का प्रबंध कैसे किया ? क्या उसके इस कार्य को अपराध कहना उचित होगा ? समझाइए। (iv) विश्वेश्वर ने बालक के साथ कैसा व्यवहार किया ? संक्षेप में समझाते
    हुए उनके इस तरह के व्यवहार का - कारण तथा सच्चाई जानने के बाद की स्थिति
    का भी वर्णन कीजिए। (i) ‘उसके’ शब्द का प्रयोग किसके लिए किया गया है ? उसके दुखी होने का क्या कारण था? (ii) क्या देखकर उसका हृदय खिल उठा था ? उसने अपने पिता से क्या माँगा ? (iii) उसने उस चीज का प्रबंध कैसे किया ? क्या उसके इस कार्य को अपराध कहना उचित होगा ? समझाइए। (iv) विश्वेश्वर ने बालक के साथ कैसा व्यवहार किया ? संक्षेप में समझाते
    हुए उनके इस तरह के व्यवहार का - कारण तथा सच्चाई जानने के बाद की स्थिति
    का भी वर्णन कीजिए।
    Ans : (i) ‘उसके’ शब्द का प्रयोग श्यामू के लिए किया गया है। उसके दुखी होने का कारण उसकी माँ की मृत्यु थी। (ii) एक दिन श्यामू अकेला बैठा आकाश की ओर ताक रहा था तो उसने एक उड़ती
    पतंग देखी। पतंग देखकर उसका हृदय खिल उठा। उसने अपने पिता से एक पतंग
    माँगी। (iii) पिता ने ‘हाँ’ करके भी श्यामू को पतंग लाकर नहीं दी तो
    उसने पिता के कोट से एक चवन्नी चुरा ली और सुखिया दासी के पुत्र भोला से
    पतंग मँगवा ली। यह कार्य चोरी के अपराध में आता है परंतु अपनी माँ के मोह
    में जकड़े श्यामू के लिए यह कतई अपराध न था। (iv) विश्वेश्वर को अपने
    कोट से रुपया चोरी होने का पता चला तो वे श्यामू से पूछते हैं। डरकर भोला
    ने सारी कहानी बता दी। पिता ने श्यामू के दो तमाचे जड़ दिए और पतंग फाड़
    डाली। परंतु जब उन्हें चोरी के कारण - का पता चला तो उनका सारा क्रोध शांत
    हो गया और उनके मन में पीड़ा जाग उठी। (i) ‘उसके’ शब्द का प्रयोग श्यामू के लिए किया गया है। उसके दुखी होने का कारण उसकी माँ की मृत्यु थी। (ii) एक दिन श्यामू अकेला बैठा आकाश की ओर ताक रहा था तो उसने एक उड़ती
    पतंग देखी। पतंग देखकर उसका हृदय खिल उठा। उसने अपने पिता से एक पतंग
    माँगी। (iii) पिता ने ‘हाँ’ करके भी श्यामू को पतंग लाकर नहीं दी तो
    उसने पिता के कोट से एक चवन्नी चुरा ली और सुखिया दासी के पुत्र भोला से
    पतंग मँगवा ली। यह कार्य चोरी के अपराध में आता है परंतु अपनी माँ के मोह
    में जकड़े श्यामू के लिए यह कतई अपराध न था। (iv) विश्वेश्वर को अपने
    कोट से रुपया चोरी होने का पता चला तो वे श्यामू से पूछते हैं। डरकर भोला
    ने सारी कहानी बता दी। पिता ने श्यामू के दो तमाचे जड़ दिए और पतंग फाड़
    डाली। परंतु जब उन्हें चोरी के कारण - का पता चला तो उनका सारा क्रोध शांत
    हो गया और उनके मन में पीड़ा जाग उठी।
  • #5-i [2]
    ‘उसके’ शब्द का प्रयोग किसके लिए किया गया है ? उसके दुखी होने का क्या कारण था?
    Ans : ‘उसके’ शब्द का प्रयोग श्यामू के लिए किया गया है। उसके दुखी होने का कारण उसकी माँ की मृत्यु थी।
  • #5-ii [2]
    क्या देखकर उसका हृदय खिल उठा था ? उसने अपने पिता से क्या माँगा ?
    Ans : एक दिन श्यामू अकेला बैठा आकाश की ओर ताक रहा था तो उसने एक उड़ती
    पतंग देखी। पतंग देखकर उसका हृदय खिल उठा। उसने अपने पिता से एक पतंग
    माँगी।
  • #5-iii [3]
    उसने उस चीज का प्रबंध कैसे किया ? क्या उसके इस कार्य को अपराध कहना उचित होगा ? समझाइए।
    Ans : पिता ने ‘हाँ’ करके भी श्यामू को पतंग लाकर नहीं दी तो
    उसने पिता के कोट से एक चवन्नी चुरा ली और सुखिया दासी के पुत्र भोला से
    पतंग मँगवा ली। यह कार्य चोरी के अपराध में आता है परंतु अपनी माँ के मोह
    में जकड़े श्यामू के लिए यह कतई अपराध न था।
  • #5-iv [3]
    विश्वेश्वर ने बालक के साथ कैसा व्यवहार किया ? संक्षेप में समझाते
    हुए उनके इस तरह के व्यवहार का - कारण तथा सच्चाई जानने के बाद की स्थिति
    का भी वर्णन कीजिए।
    Ans : विश्वेश्वर को अपने
    कोट से रुपया चोरी होने का पता चला तो वे श्यामू से पूछते हैं। डरकर भोला
    ने सारी कहानी बता दी। पिता ने श्यामू के दो तमाचे जड़ दिए और पतंग फाड़
    डाली। परंतु जब उन्हें चोरी के कारण - का पता चला तो उनका सारा क्रोध शांत
    हो गया और उनके मन में पीड़ा जाग उठी।