ICSE-X-Hindi

10: दो कलाकार (Do Kalakar) by Mannu Bhandari

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  • #3
    प्रश्न ग निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए :
    “आज चित्रा को जाना था। अरुणा सवेरे से ही उसका सारा सामान ठीक कर रही थी।” (i) चित्रा को कहाँ और क्यों जाना था?
    (ii) चित्रा को घर लौटने में देर क्यों हुई?
    (iii) चित्रा को कितने बजे जाना था और उसकी आँखें किसे ढूँढ रही थी?
    (iv) विदेश में उसके किस चित्र को अनेक प्रतियोगिताओं में प्रथम पुरस्कार मिल चुका था?
    Ans : (i)
    चित्रा को चित्रकला के संबंध में विदेश जाना था। (ii)
    चित्रा को चित्रकला के संबंध में विदेश जाना था इसलिए वह अपने गुरु से मिल कर घर लौट रही थी। घर लौटते समय उसने देखा कि पेड़ के नीचे एक भिखारिन मरी पड़ी थी और उसके दोनों बच्चे उसके सूखे हुए शरीर से चिपक कर बुरी तरह रो रहे थे। उस दृश्य को चित्रा अपने केनवास पर उतारने लग गई इसलिए उसे घर लौटने में देर हो गई। (iii)
    चित्रा को शाम की पाँच बजे की गाड़ी से जाना था और उसकी आँखें उसकी मित्र अरुणा को ढूँढ रही थी। (iv)
    चित्रा ने भिखारिन और उसके शरीर से चिपके उसके बच्चों का चित्र बनाया था जिसे उसने अनाथ शीर्षक दिया था। विदेश में उसका यही अनाथ शीर्षक वाला चित्र अनेक प्रतियोगिताओं में प्रथम पुरस्कार प्राप्त कर चुका था।
  • #3-i
    चित्रा को कहाँ और क्यों जाना था?
    Ans :
    चित्रा को चित्रकला के संबंध में विदेश जाना था।
  • #3-ii
    चित्रा को घर लौटने में देर क्यों हुई?
    Ans :
    चित्रा को चित्रकला के संबंध में विदेश जाना था इसलिए वह अपने गुरु से मिल कर घर लौट रही थी। घर लौटते समय उसने देखा कि पेड़ के नीचे एक भिखारिन मरी पड़ी थी और उसके दोनों बच्चे उसके सूखे हुए शरीर से चिपक कर बुरी तरह रो रहे थे। उस दृश्य को चित्रा अपने केनवास पर उतारने लग गई इसलिए उसे घर लौटने में देर हो गई।
  • #3-iii
    चित्रा को कितने बजे जाना था और उसकी आँखें किसे ढूँढ रही थी?
    Ans :
    चित्रा को शाम की पाँच बजे की गाड़ी से जाना था और उसकी आँखें उसकी मित्र अरुणा को ढूँढ रही थी।
  • #3-iv
    विदेश में उसके किस चित्र को अनेक प्रतियोगिताओं में प्रथम पुरस्कार मिल चुका था?
    Ans :
    चित्रा ने भिखारिन और उसके शरीर से चिपके उसके बच्चों का चित्र बनाया था जिसे उसने अनाथ शीर्षक दिया था। विदेश में उसका यही अनाथ शीर्षक वाला चित्र अनेक प्रतियोगिताओं में प्रथम पुरस्कार प्राप्त कर चुका था।