ICSE-X-Hindi

10: मातृ मंदिर की ओर (Matri Mandir ki Or) by Subhadra Kumari Chauhan

with Solutions - page 2
  • #3-i
    कवयित्री क्यों जल्दी से आगे बढ़ना चाहती है?
    (ii) कवयित्री माँ को क्या सुनाना चाहती है?
    (iii) कहाँ से पुकार हो रही है?
    (iv) शब्दार्थ लिखिए -
    स्फूर्ति, फरियाद
    (ii) कवयित्री माँ को क्या सुनाना चाहती है?
    (iii) कहाँ से पुकार हो रही है?
    (iv) शब्दार्थ लिखिए -
    स्फूर्ति, फरियाद
    Ans :
    कवियित्री को माँ के मंदिर में जगमगाते दीपों का ज्योति पुंज दिखाई दे रहा है तथा वाद्य भी सुनाई दे रहे है इसलिए वे मातृ भूमि के चरणों में जाना चाहती है। (ii)
    कवयित्री माँ को फरियाद सुनाना चाहती है। (iii)
    मातृ-वेदी पर से पुकार हो रही है। (iv)
    स्फूर्ति - उत्तेजना
    फरियाद - याचना (ii)
    कवयित्री माँ को फरियाद सुनाना चाहती है। (iii)
    मातृ-वेदी पर से पुकार हो रही है। (iv)
    स्फूर्ति - उत्तेजना
    फरियाद - याचना
  • #3-ii
    कवयित्री माँ को क्या सुनाना चाहती है?
    Ans :
    कवयित्री माँ को फरियाद सुनाना चाहती है।
  • #3-iii
    कहाँ से पुकार हो रही है?
    Ans :
    मातृ-वेदी पर से पुकार हो रही है।
  • #3-iv
    शब्दार्थ लिखिए -
    स्फूर्ति, फरियाद
    Ans :
    स्फूर्ति - उत्तेजना
    फरियाद - याचना