ICSE-X-Hindi
02: काकी (Kaki) by Siyaram Sharan Gupta
Qstn# 4 Prvs-Qstn
- #4प्रश्न घ: निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए : (i) विश्वेश्वर हतबुद्धि होकर वही खड़े हो गए उन्होंने फटी पतंग उठाकर देखी उस चिपके हुए कागज़ पर लिखा हुआ था-काकी।
भोला ने श्यामू की योजना में क्या कमी बताई?
(ii) विश्वेश्वर हतबुद्धि होकर वही खड़े हो गए उन्होंने फटी पतंग उठाकर देखी उस चिपके हुए कागज़ पर लिखा हुआ था-काकी।
श्यामू को रात भर नींद क्यों नहीं आई?
(iii) विश्वेश्वर हतबुद्धि होकर वही खड़े हो गए उन्होंने फटी पतंग उठाकर देखी उस चिपके हुए कागज़ पर लिखा हुआ था-काकी।
श्यामू पतंग पर किससे, क्या लिखवाता है और क्यों?
(iv) विश्वेश्वर हतबुद्धि होकर वही खड़े हो गए उन्होंने फटी पतंग उठाकर देखी उस चिपके हुए कागज़ पर लिखा हुआ था-काकी।
विश्वेश्वर हतबुद्धि होकर क्यों खड़े रह गए?
(i) विश्वेश्वर हतबुद्धि होकर वही खड़े हो गए उन्होंने फटी पतंग उठाकर देखी उस चिपके हुए कागज़ पर लिखा हुआ था-काकी।
भोला ने श्यामू की योजना में क्या कमी बताई?
(ii) विश्वेश्वर हतबुद्धि होकर वही खड़े हो गए उन्होंने फटी पतंग उठाकर देखी उस चिपके हुए कागज़ पर लिखा हुआ था-काकी।
श्यामू को रात भर नींद क्यों नहीं आई?
(iii) विश्वेश्वर हतबुद्धि होकर वही खड़े हो गए उन्होंने फटी पतंग उठाकर देखी उस चिपके हुए कागज़ पर लिखा हुआ था-काकी।
श्यामू पतंग पर किससे, क्या लिखवाता है और क्यों?
(iv) विश्वेश्वर हतबुद्धि होकर वही खड़े हो गए उन्होंने फटी पतंग उठाकर देखी उस चिपके हुए कागज़ पर लिखा हुआ था-काकी।
विश्वेश्वर हतबुद्धि होकर क्यों खड़े रह गए?
Ans : (i) उत्तर:
भोला श्यामू से अधिक समझदार था। उसे श्यामू का उसकी माँ को लाने का सुझाव पसंद तो आया परंतु भोला ने श्यामू को बताया कि पतंग की डोर पतली होने के कारण टूट सकती है। इस कार्य के लिए उन्हें मोटी रस्सी की आवश्यकता होगी। इस प्रकार भोला ने श्यामू की योजना में डोर के पतले होने की कमी बताई। (ii) उत्तर:
भोला द्वारा जब उसकी माँ को लाने की योजना में मोटी रस्सी की कमी बताई गई तो उसके सामने अब मोटी रस्सी लाने की कठिनता आ गई क्योंकि रस्सी खरीदने के लिए उसके पास पैसे नहीं थे और घर में भी ऐसा कोई नहीं था जो इस कार्य में उसकी मदद करता और यही सब सोचकर श्यामू को चिंता के मारे रात-भर नींद नहीं आई। (iii) उत्तर:
श्यामू लिखना नहीं जानता था इसलिए उसने जवाहर भैया से काकी लिखवाने में मदद माँगी। काकी लिखवाने का श्यामू का यह उद्देश्य था कि यदि चिट पर काकी लिखा होगा तो पतंग सीधे उसकी काकी के पास ही पहुँच जाएगी। (iv) उत्तर:
विश्वेश्वर अपनी कोट की जेब से एक रूपए की चोरी का पता लगाने जब भोला और श्यामू के पास पहुँचते हैं तो उन्हें भोला से सच्चाई का पता चलता है कि श्यामू ने ही एक रूपए की चोरी की है। इस पर वे बहुत अधिक क्रोधित हो उठते है और क्रोधवश श्यामू को धमकाने और मारने के बाद पतंग फाड़ देते हैं। लेकिन जब उन्हें भोला द्वारा यह पता चलता है कि श्यामू इस पतंग के द्वारा काकी को राम के यहाँ से नीचे लाना चाहता है, सुनकर विश्वेश्वर हतबुद्धि होकर वहीं खड़े रह जाते हैं। (i) उत्तर:
भोला श्यामू से अधिक समझदार था। उसे श्यामू का उसकी माँ को लाने का सुझाव पसंद तो आया परंतु भोला ने श्यामू को बताया कि पतंग की डोर पतली होने के कारण टूट सकती है। इस कार्य के लिए उन्हें मोटी रस्सी की आवश्यकता होगी। इस प्रकार भोला ने श्यामू की योजना में डोर के पतले होने की कमी बताई। (ii) उत्तर:
भोला द्वारा जब उसकी माँ को लाने की योजना में मोटी रस्सी की कमी बताई गई तो उसके सामने अब मोटी रस्सी लाने की कठिनता आ गई क्योंकि रस्सी खरीदने के लिए उसके पास पैसे नहीं थे और घर में भी ऐसा कोई नहीं था जो इस कार्य में उसकी मदद करता और यही सब सोचकर श्यामू को चिंता के मारे रात-भर नींद नहीं आई। (iii) उत्तर:
श्यामू लिखना नहीं जानता था इसलिए उसने जवाहर भैया से काकी लिखवाने में मदद माँगी। काकी लिखवाने का श्यामू का यह उद्देश्य था कि यदि चिट पर काकी लिखा होगा तो पतंग सीधे उसकी काकी के पास ही पहुँच जाएगी। (iv) उत्तर:
विश्वेश्वर अपनी कोट की जेब से एक रूपए की चोरी का पता लगाने जब भोला और श्यामू के पास पहुँचते हैं तो उन्हें भोला से सच्चाई का पता चलता है कि श्यामू ने ही एक रूपए की चोरी की है। इस पर वे बहुत अधिक क्रोधित हो उठते है और क्रोधवश श्यामू को धमकाने और मारने के बाद पतंग फाड़ देते हैं। लेकिन जब उन्हें भोला द्वारा यह पता चलता है कि श्यामू इस पतंग के द्वारा काकी को राम के यहाँ से नीचे लाना चाहता है, सुनकर विश्वेश्वर हतबुद्धि होकर वहीं खड़े रह जाते हैं।
- #4-iविश्वेश्वर हतबुद्धि होकर वही खड़े हो गए उन्होंने फटी पतंग उठाकर देखी उस चिपके हुए कागज़ पर लिखा हुआ था-काकी।
भोला ने श्यामू की योजना में क्या कमी बताई?
Ans : उत्तर:
भोला श्यामू से अधिक समझदार था। उसे श्यामू का उसकी माँ को लाने का सुझाव पसंद तो आया परंतु भोला ने श्यामू को बताया कि पतंग की डोर पतली होने के कारण टूट सकती है। इस कार्य के लिए उन्हें मोटी रस्सी की आवश्यकता होगी। इस प्रकार भोला ने श्यामू की योजना में डोर के पतले होने की कमी बताई।
- #4-iiविश्वेश्वर हतबुद्धि होकर वही खड़े हो गए उन्होंने फटी पतंग उठाकर देखी उस चिपके हुए कागज़ पर लिखा हुआ था-काकी।
श्यामू को रात भर नींद क्यों नहीं आई?
Ans : उत्तर:
भोला द्वारा जब उसकी माँ को लाने की योजना में मोटी रस्सी की कमी बताई गई तो उसके सामने अब मोटी रस्सी लाने की कठिनता आ गई क्योंकि रस्सी खरीदने के लिए उसके पास पैसे नहीं थे और घर में भी ऐसा कोई नहीं था जो इस कार्य में उसकी मदद करता और यही सब सोचकर श्यामू को चिंता के मारे रात-भर नींद नहीं आई।
- #4-iiiविश्वेश्वर हतबुद्धि होकर वही खड़े हो गए उन्होंने फटी पतंग उठाकर देखी उस चिपके हुए कागज़ पर लिखा हुआ था-काकी।
श्यामू पतंग पर किससे, क्या लिखवाता है और क्यों?
Ans : उत्तर:
श्यामू लिखना नहीं जानता था इसलिए उसने जवाहर भैया से काकी लिखवाने में मदद माँगी। काकी लिखवाने का श्यामू का यह उद्देश्य था कि यदि चिट पर काकी लिखा होगा तो पतंग सीधे उसकी काकी के पास ही पहुँच जाएगी।
- #4-ivविश्वेश्वर हतबुद्धि होकर वही खड़े हो गए उन्होंने फटी पतंग उठाकर देखी उस चिपके हुए कागज़ पर लिखा हुआ था-काकी।
विश्वेश्वर हतबुद्धि होकर क्यों खड़े रह गए?
Ans : उत्तर:
विश्वेश्वर अपनी कोट की जेब से एक रूपए की चोरी का पता लगाने जब भोला और श्यामू के पास पहुँचते हैं तो उन्हें भोला से सच्चाई का पता चलता है कि श्यामू ने ही एक रूपए की चोरी की है। इस पर वे बहुत अधिक क्रोधित हो उठते है और क्रोधवश श्यामू को धमकाने और मारने के बाद पतंग फाड़ देते हैं। लेकिन जब उन्हें भोला द्वारा यह पता चलता है कि श्यामू इस पतंग के द्वारा काकी को राम के यहाँ से नीचे लाना चाहता है, सुनकर विश्वेश्वर हतबुद्धि होकर वहीं खड़े रह जाते हैं।